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KOHABAR is Our first Short Film In Regional Language BHOJPURI Written, Directed & Produced By Ujjwal Pandey Stars- Raju Upadhyay, Manisha Rai, Satish Goswami Chief Asst. Director- Harshit Pandey Read More
- 10:52 Mins
A Film By Ujjwal Pandey | Muniya ki amma aur amma ki chhathi maai | मुनिया की अम्मा और अम्मा की छठी माई Read More
- 05:05 Mins
भोजपुरी भाषा में अच्छी - साफ सुथरी फिल्में व गाने देखने के लिये और यदि आप भी चाहते हैं कि भोजपुरी से अश्लीलता खत्म हो तो आइये हमारे अगले प्रयासों में अपना सहयोग दीजिये ताकि हम लगातार भोजपुरी में बेहतर करने की कोशिश करते रहें Read More
- 10:04 Mins
"भोजपुरी फिल्मों में फैली अश्लीलता से अऴग एक साफ सुथरी भोजपुरी फिल्म ! अपनी मिट्टी की खुश्बू है जहां ! आईये भोजपुरी को उसकी वही पहचान वापस दिलायें ! उसकी मिठास से दुनिया को एक बार फिर से परिचित करवायें !" Read More
- 09:13 Mins
हर एक भोजपुरी मोटिवेशनल शार्ट फिल्म है | जो अवसाद में फंसे उन तमाम तमाम युवाओं के मन की कहानी है जो जीवन में मिली हर छोटी बडी हार को स्वीकार नहीं कर पाते । यह शार्ट फिल्म उन्हे एक अलग रास्ता दिखाती है । भोजपुरी सिनेमा की दशा और दिशा बदलने के लिए अश्लीलता खत्म करने के लिए हमें डहर जैसी भोजपुरी फिल्मों को देखना और दिखाना होगा Read More
- 03:46 Mins
Ja re Sugana re - जा रे सुगना रे, Dedicated To Manisha Rai Film By Ujjwal Pandey Read More
- 03:58 Mins
Sad Song | Hal Raure Nu I Banaval Ha | By Ujjwal Pandey , Manisha Rai & Shailendra Mishra In the sweet memory of Manisha Rai Read More
- 18:22 Mins
Chhath is an ancient Hindu Vedic festival historically native to the Indian subcontinent, more specifically, the Indian states of Bihar, Jharkhand[1] and Uttar Pradesh and the Madhesh region of Nepal. The Chhath Puja is dedicated to the Sun and Shashthi devi (Chhathi Maiya) in order to thank them for bestowing the bounties of life on earth and to request the... Read More
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक की पढ़ाई कर रहे पुनीत कुमार मिश्रा जब पिछले दिनों बनारस आए थे तो यूँ ही नाव पे बैठे बैठे उन्होंने गाए कुछ गीत... जो हमने अपने मोबाइल फ़ोन से रिकार्ड किया आप भी सुनिए और आनंद लीजिए Read More
"भोजपुरी फिल्म ""अब्बर"" का एक भाग है यह भोजपुरी कविता ""पहिला मुलाकात"" पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक पर कमेंट करें" Read More
- 9:20 Mins
उज्ज्वल पांडेय के लेखन व निर्देशन में बनी फ़िल्म पहरुआ के दृश्य में सैनिक कहता है कि “एक ज़िंदा फ़ौजी की कोई औक़ात नहीं होती” यह सिर्फ़ संवाद नहीं है... यह आज के समाज में एक सैनिक का वह जीता जागता दर्द है जो कहना चाहता है कि एक फ़ौजी की क़दर यह समाज तभी करता है जब वह मर जाता है ! Read More